दबाव समूहों की कपास वायदा को निलंबित करने की मांग ‘तर्कहीन’ : एमसीएक्स

... -


January 12, 2022 नयी दिल्ली, 11 जनवरी (भाषा) प्रमुख जिंस एक्सचेंज एमसीएक्स ने मंगलवार को कहा कि कपास उद्योग की मूल्य श्रृंखला के दबाव समूहों द्वारा उसके मंच पर कपास के वायदा कारोबार को स्थगित करने की ‘तर्कहीन’ मांग की जा रही है। हालांकि, इसकी बुनियाद कपास की ऊंची कीमतों का समर्थन करने वाली है। एमसीएक्स ने एक बयान में कहा कि कपास वायदा पर प्रतिबंध हानिकारक होगा क्योंकि भारत में कई वर्षों के बाद पहली बार किसानों को बुनियादी स्थिति के कारण कपास की अधिक कीमतों से फायदा हो रहा है। भारत कपास का शुद्ध निर्यातक

नयी दिल्ली, 11 जनवरी (भाषा) प्रमुख जिंस एक्सचेंज एमसीएक्स ने मंगलवार को कहा कि कपास उद्योग की मूल्य श्रृंखला के दबाव समूहों द्वारा उसके मंच पर कपास के वायदा कारोबार को स्थगित करने की ‘तर्कहीन’ मांग की जा रही है। हालांकि, इसकी बुनियाद कपास की ऊंची कीमतों का समर्थन करने वाली है।
एमसीएक्स ने एक बयान में कहा कि कपास वायदा पर प्रतिबंध हानिकारक होगा क्योंकि भारत में कई वर्षों के बाद पहली बार किसानों को बुनियादी स्थिति के कारण कपास की अधिक कीमतों से फायदा हो रहा है।
भारत कपास का शुद्ध निर्यातक है और यहां इसके दाम अंतरराष्ट्रीय कीमतों के अनुरूप मजबूत हो रहे हैं। इसके अलावा कपास आवश्यक वस्तुओं की सूची में नहीं है और इस जिंस के वायदा कारोबार के निलंबन के अवांछनीय आर्थिक परिणाम हो सकते हैं।
एक्सचेंज पर कपास वायदा अनुबंध को निलंबित करने के लिए काम कर रहे कुछ दबाव समूहों पर ‘आश्चर्य’ व्यक्त करते हुए, एमसीएक्स ने कहा, ‘‘उनके तर्क में कोई दम नहीं है।’’
एक्सचेंज ने आरोप लगाया कि दबाव समूह किसानों की कीमत पर ‘‘इसके निलंबन की पैरवी’’ कर रहे हैं, जो कई वर्षों के बाद कपास की ऊंची कीमतों के प्रमुख लाभार्थी हैं।
उसने कहा, ‘‘बाजारों को काम करने की अनुमति नहीं देकर, ऐसे समूहों का उद्देश्य किसानों के लिए पारदर्शी कीमतों को समाप्त करना है।


Share to ....: 333    


Most viewed


Short Message Board

Weather Forecast India

Visiter's Status

Visiter No. 31522319

Saying...........
Love is a matter of chemistry; sex is a matter of physics.





Cotton Group